जिले में रोज मिल रहे 10 से 15 पॉजिटिव, स्वास्थ्य विभाग के साथ प्रशासन की बढ़ी चिंता
जिले भर में एक बार फिर कोरोना के मरीज तेजी से बढ़ रहे है, रोजाना कहीं न कहीं पर 10 से 15 पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं, इस प्रकार की स्थिति ने स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। संक्रमण को रोकने के लिए अस्पताल प्रबंधन को भी ठोस निर्णय लेने को मजबूर होना पड़ा है। कोरोना का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए जिला अस्पताल में किसी भी प्रकार की सर्जरी पर रोक लगा दी गई है, सिर्फ इमरजेंसी की स्थिति में ही आपरेशन हो सकेंगे, जबकि टालने वाले आपरेशन को करवाने के लिए लोगों को इंतजार करना पड़ेगा। पिछले साल भी कोरोना के मरीज मिलने के बाद सर्जरी पर रोक लगाई गई थी, वैसी ही स्थिति ही फिर से बनने से डाक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ को सर्जरी नहीं करने की हिदायत दी गई है। साथ ही उन्हें मरीजों की ओपीडी करते समय पूरी सावधानी बरतने के लिए भी कहा गया है। इतना ही नहीं अस्पताल के गेट पर मौजूद गार्ड मरीजों और उनके परिजनों को मास्क लगा होने पर ही अंदर प्रवेश करने दे रहे हैं।
फिर मिले कोरोना के 15 मरीज: एक्टिव केस की संख्या 107 पर पहुंची
शुक्रवार को जिले में कोरोना के 15 मरीज मिले हैं। इनके साथ ही कोरोना मरीजों के एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 107 पर पहुंच गई है। मार्च महीने के 26 दिनों में ही 150 मरीज मिल चुके हैं, जो स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बन गया है। जिले में अब तक 2659 पॉजीटिव मरीज मिले हैं। सीएमएचओ डॉ. दिनेश खत्री के अनुसार 2506 कोरोना पॉजीटिव मरीज उपचार उपरांत स्वस्थ्य हो गए हैं।
नहीं की जाएगी सर्जरी
^कोरोना के मरीज फिर से मिल रहे है, इसलिए जिला अस्पताल में भी सुरक्षा को लेकर कोविड गाइड लाइन का पालन फिर से अनिवार्य कर दिया गया है। इस कारण अस्पताल में किसी भी प्रकार की सर्जरी पर रोक रहेगी। सीजर पहले की तरह होते रहेंगे। इमरजेंसी वाले आपरेशन ही होंगे। अस्पताल में 35 बैड कोविड के मरीजों के लिए रिजर्व कर दिए गए हैं।
-डाॅ. एके शर्मा, सिविल सर्जन।
भास्कर लाइव: वैक्सीनेशन का इंतजार... दो घंटे से बैठे हैं, परंतु आज ताला ही नहीं खुला
जिला मुख्यालय स्थित वैक्सीनेशन सेंटर पर ताजपुर निवासी 75 वर्षीय गुट्टीलाल सेन, 65 वर्षीय करोड़ीलाल प्रजापति और चौपड़ा निवासी फूल बाई वैक्सीन की टीका लगने के लिए बैठी दिखी। बुजुर्ग गुट्टीलाल सेन ने बताया कि वह एक दिन पहले वैक्सीन लगवाने के लिए आया था, लेकिन उसके पास आधार कार्ड और मोबाइल नंबर नहीं था, इस कारण यहां पर बैठे कर्मचारी ने दूसरे दिन यह चीजें लाने का कहकर कल उसे लौटा दिया था। आज वह यह सभी चीजें लेकर आ गया तो यहां पर ताला ही नहीं खुला है। इस कारण आज भी उसे वैक्सीन नहीं लग पाई, जिससे उसे परेशान होना पड़ रहा है ।
फिर शुरू हुआ 100 बैड वाला कोविड केंद्र
जिला मुख्यालय पर 100 बैड वाले कोविड केंद्र फिर से चालू कर दिया गया है। यहां पर तीन दिन पहले पांच लोग भर्ती भी हो चुके हैं, जिनमें से दो मरीजों की हालत ज्यादा खराब होने पर उन्हें विदिशा मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया है, जबकि तीन अन्य लोगों को आराम मिलने पर वे अपने घर चले गए हैं। वहीं कोरोना के लगातार मिल रहे मरीजों को ध्यान में रखकर 250 बिस्तरों वाले जिला अस्पताल में 35 प्रतिशत बैड (90 बैड) को रिजर्व रखने के आदेश स्वास्थ्य विभाग से मिले हैं, इस आधार पर अस्पताल प्रबंधन ने यह व्यवस्था कर ली है। इसके अलावा सभी तहसील मुख्यालय पर स्थित 10-10 बिस्तरों वाले सर्व सुविधा युक्त कोविड केंद्रों भी चालू कर दिया गया है।
शनिवार को आएगी वैक्सीन
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सोमनदास ने बताया कि 2500 वैक्सीन के डोज बचे हैं, इस कारण वैक्सीनेशन सेंटर की संख्या 58 से घटाकर 35 कर दी है, जैसे ही वैक्सीन मिलेगी तो उनकी संख्या फिर बढ़ा दी जाएगी