एक दिन पहले जिले भर में बेमौसम हुई बारिश ने गेहूं,चना और मसूर की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है। शुक्रवार को सुबह से ही कृषि और राजस्व विभाग के अधिकारी नुकसान का आकलन करने के लिए खेतों में पहुंच गए थे।
कलेक्टर उमाशंकर भार्गव स्वयं भी किसानों के बीच पहुंचे और बारिश से फसलों को हुए नुकसान की जानकारी ली। बारिश से हुए नुकसान को देखने के लिए पहुंचे अधिकारियों को किसानों ने बताया कि फसल पक चुकी है और 8 से 10 दिनों के भीतर कटने लगेगी। बारिश का पानी लगने से गेहूं की चमक चली जाएगी, जो फसल खेतों में आड़ी हो गई है उसे कटवाने में दिक्कत आएगी।
अब फसल कटवाना होगा मुश्किल
एक दिन पहले हुई बारिश से फसलें खेतों में आड़ी हो गई है। यह फसल दिखाते हुए आलीवाड़ा के किसान गोपाल सिंह राजपूत और सोभरन सिंह राजपूत सिलबाय ने बताया कि हार्वेस्टर से कटवाते से समय आड़ी फसल के साथ अब मिटटी की मात्रा बढ़ जाएगी। उम्मीद के मुताबिक उत्पादन भी नहीं आएगा। अब आड़ी फसल का दाना ग्रोथ भी नहीं कर पाएगा।
अब कर्ज कैसे चुकेगा
क्षेत्र में तेज आंधी और बारिश से फसल को नुकसान हुआ है। अमोदा के किसान गोपाल मांडली, नयापुरा सोडरपुर के दिनेश राजपूत और नैतिक गौर ने बताया कि इस फसल से उन्हें बहुत उम्मीद थी, पर बारिश ने सब खराब कर दिया। अब बैंक का कर्ज और परिवार की आवश्यकताओं की पूर्ति कैसी होगी, यह बात उन्हें परेशान कर रही है।
धूप में सुखाई फसल
रात के समय बारिश होने से खेतों मे काट कर रखी चना, मसूर की फसल पानी लगने से गीली हो गई, जिससे शनिवार को तेज धूप निकलने से किसान फसल को सुखाने के लिए मशक्कत करते दिखाई दिए।