जिले में 6.50 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का रखा है लक्ष्य
जिले में गेहूं, चना और मसूर की समर्थन मूल्य पर खरीदी को लेकर तैयारियां प्रारंभ हो गई हैं। चना और मसूर की खरीदी 15 मार्च से शुरू होगी तो वहीं एक अप्रैल से गेहूं की खरीदी होना है । खरीदी के साथ ही इनके भंडारण को लेकर भी प्रशासन द्वारा व्यवस्थाएं जुटाई जा रही हैं। गैरतगंज में पिछले साल की तरह सायलो केंद्र बनाया जाएगा, ताकि यहां पर किसान आसानी से अपनी उपज की तुलाई करवा सकें ।
जिले में इस बार 6.50 लाख मीट्रिक टन गेहूं और 75हजार मीट्रिक टन चना और मसूर की खरीदी करने का लक्ष्य रखा गया है। जबकि पिछले साल 6 लाख 28 हजार मीट्रिक टन गेहूं और 62000 मीट्रिक चने की खरीदी की गई थी। यह पुराना गेहूं, चना और मसूर गोदामों में रखा हुआ है। इस कारण सिर्फ 1 लाख 50 हजार मीट्रिक टन के ही गोदाम खाली है।
इस लिहाज से समर्थन मूल्य पर होने वाली खरीदी के लिए भंडारण की समस्या खड़ी हो सकती है, लेकिन अधिकारियों की माने तो जिले में 6 लाख 74 हजार मीट्रिक टन के नए गोदाम बन रहे है, जो खरीदी शुरु होने के दौरान उन्हें भंडारण के लिए उपलब्ध हो जाएंगे। ऐसी स्थिति में जिले से बाहर परिवहन की नौबत नहीं आने की बात भी अधिकारी कर रहे हैं ।
तीन दिन में भुगतान की होगी व्यवस्था
इस बार समर्थन मूल्य पर गेहूं, चना और मसूर बेचने वाले किसानों को तीन से चार दिन में भुगतान करवाने की व्यवस्था की जा रही है। इस व्यवस्था के लिए गोदाम स्तर पर ही खरीदी की व्यवस्था की जा रही है । सोसायटी से गेहूं का उठाव तत्काल हो जाए, इसके लिए भी प्रशासन ने पूरी तरह कर ली है । खरीदी के साथ ही परिवहन भी होगा ।
कम परिवहन से बचेगी शासन की राशि
इस बार जिले में गोदामों पर ही खरीदी केंद्र बनाए जा रहे है, ताकि यहां पर समर्थन मूल्य पर बेचे जाने वाले गेहूं को वहीं के वही सुरक्षित रखा जा सके। इससे दो फायदे होंगे, एक तो किसानों को तीन दिन के भीतर उसकी उपज का भुगतान हो जाएगा। वहीं परिवहन पर खर्च होने वाली एक बड़ी राशि भी शासन की बच जाएगी।
पिछले साल का गेहूं, चना, मसूर भेजेंगे बाहर
जिले में समर्थन मूल्य पर 6.50 लाख मीट्रिक टन तो गेहूं ही खरीदी होना है । इस कारण प्रशासन किसी भी प्रकार की रिस्क लेने के मूड में नहीं है और जिले की गोदामों में रखा रखा पिछले साल के गेहूं, चना और मसूर को बाहर भेजने की दिशा में भी प्रयास शुरु कर दिए गए है, ताकि पुराना मॉल उठाने से गोदाम खाली हो जाएंगे और भंडारण की समस्या कुछ हद तक हल हो जाएगी।
3 दिन में 695 किसानों ने ही करवाया पंजीयन
समर्थन मूल्य पर गेहूं, चना और मसूर बेचने के लिए पंजीयन करवाने की तारीख बड़ा कर 5 मार्च कर दी थी । इन तीन दिनों में सिर्फ 695 किसानों ने ही पंजीयन करवाने में रुचि दिखाई है। इस तरह अब तक गेहूं बेचने 84165 किसान, चना के लिए 39827 किसान, मसूर के लिए 10596 किसान और सरसों के लिए 36 किसानों ने अब तक पंजीयन करवाया है।
बनेगा 15 हजार मीट्रिक टन का सायलो केंद्र
गैरतगंज में 15 हजार मीट्रिक टन का सायलो केंद्र बनाया जा रहा है । साथ ही इस बार गोदाम स्तर पर खरीदी होगी, जिससे गेहूं का परिवहन कम करना पड़ेगा । कम परिवहन होने से शासन को भी खर्च होने वाली राशि से राहत मिलेगी ।
-विवेक रंगारी, जिला प्रबंधक आपूर्ति निगम रायसेन